प्रकाशित - 22 Apr 2024
किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए खेती के साथ पशुपालन का काम कर रहे हैं। पशुपालन से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को पशुओं की उत्तम नस्लों के चयन की भी आवश्यकता है। देखने में आता है कि कई बार जानकारी के अभाव में पशुपालक किसान ऐसी नस्ल की गाय या भैंस का पालन करते हैं जिनसे उन्हें अधिक लाभ नहीं मिल पाता है। गाय-भैंस जैसे दुधारू पशुओं का पालन मुख्य रूप से उनके दूध के लिए किया जाता है। ऐसे में पशुपालक को चाहिए कि उत्तम नस्ल की गाय या भैंस का पालन करें ताकि उसे अधिक लाभ मिल सके। गाय की अपेक्षा भैंस से अधिक दूध प्राप्त होता है। इसलिए अधिकांश किसान या डेयरी उद्योग में भैंसों का पालन अधिक किया जाता है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको डेयरी फार्मिंग में पाली जाने वाली टॉप 5 भैंसों की नस्लों की जानकारी दे रहे हैं जिनसे अधिक दूध की मात्रा प्राप्त की जा सकती है, तो आइये जानते हैं, इसके बारे में।
मुर्रा भैंस (murrah buffalo) को अधिक दूध देने वाली भैंस माना जाता है। इसी कारण पशुपालकों के बीच इसकी डिमांड भी काफी है। डेयरी फार्मिंग के लिए तो यह भैंस पहली पसंद है। ऐसे में पशुपालक मुर्रा नस्ल की भैंस का पालन करके काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
इस नस्ल की भैंस का रंग गहरा काला होता है। इसका सिर छोटा व सींग छल्ले के आकार के होते हैं। इसके सिर, पूंछ और पैर पर सुनहरे रंग के बाल होते हैं। इसकी पूंछ लंबी होती है और पिछला भाग सुविकसित होता है। इसके अयन भी सुविकसित होते हैं। इस नस्ल का पालन हरियाणा, पंजाब व दिल्ली में अधिक किया जाता है।
मुर्रा नस्ल की भैंस एक ब्यात में प्रतिदिन करीब 13 से 16 लीटर दूध देती है। इसके दूध में 7 प्रतिशत फैट होता है। यह भैंसों में सबसे अधिक दूध देने वाली नस्ल है। इस भैंस का गर्भकाल 10 माह 10 दिन यानी 310 दिन का होता है। मुर्रा नस्ल की भैंस के यदि औसत दूध उत्पादन की बात की जाए तो यह भैंस एक ब्यांत में करीब 1750 से 1850 लीटर दूध देती है।
यदि बात की जाए मुर्रा नस्ल की कीमत की तो बाजार में इसकी कीमत काफी अच्छी होती है। मुर्रा नस्ल की कीमत उसके दूध देने की क्षमता पर निर्भर करती है। ऐसे में मुर्रा भैंस की बाजार कीमत 50,000 से 2 लाख रुपए तक होती है।
सुरती भैंस भी ज्यादा दूध देने वाली नस्ल मानी जाती है। यह नस्ल माही और साबरमती नदियों के बीच गुजरात के कैरा व बडोदरा जिलों में पाई जाती है। अच्छी नस्ल की सुरती भैंस गुजरात के आनंद, कैरा और बड़ौदा में पाई जाती हैं।
सुरती भैंस (surti buffalo) मध्यम आकार की होती है। इसका रंग काला, भूरा व सिल्वर सलेटी होता है। इसका सिर काफी चौड़ा और लंबा होता है और सींग के बीच शीर्ष पर उत्तल आकृति होती है। इसके सींग दरांती के आकार के होते हैं जो चपटे होते हैं। इसके सींग नीचे और पीछे की दिशा में बढ़ते हैं और फिर सिरे पर ऊपर की ओर एक हुक बनाते हैं। इसकी पीठ सीधी होती है।
सुरती भैंस की नस्ल प्रतिदिन 10 से 15 लीटर दूध दे सकती है। सुरती भैंस की नस्ल की औसत दूध देने की क्षमता 1600-1800 लीटर (350-400 प्रति गैलन, 420-480 यूएस गैलन) है। इसके दूध में वसा की मात्रा करीब 8 से 10 प्रतिशत होती है।
सुरती भैंस की कीमत इसके दूध देने की क्षमता पर निर्भर करती है। सुरती भैंस की बाजार कीमत करीब 40,000 रुपए से 50,000 रुपए होती है।
जाफराबादी भैंस (jafarabadi buffalo) की नस्ल काफी मजबूत कदकाठी की होती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस भैंस के दमदार शरीर की क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह भैंस शेर से भिंड़ने की क्षमता भी रखती है। इसी के साथ ही इसकी दूध देने की क्षमता भी अच्छी है। इस नस्ल की भैंस गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र की मूल निवासी है और गिर के जंगलों में पाई जाती है। यह भैंस गुजरात के जूनागढ़, भावनगर व पोरबंदर जिलों में अधिक देखने को मिलती है।
जाफराबादी भैंस मुख्य रूप से काले रंग की होती है। इसके अलावा ग्रे रंग की भी देखने को मिलती है। इसके माथे के बीच में सफेद निशान होता है जो इसकी मुख्य पहचान मानी जाता है। इस नस्ल का शरीर भारी-भरकम और मजबूत होता है। इसका माथा चौड़ा और सींग घुमावदार होते हैं। इसका मुंह छोटा होता है जबकि इसकी त्वचा मुलायम होती है।
जाफराबादी भैंस प्रतिदिन 10 से 15 लीटर से लेकर 20 से 25 लीटर तक दूध दे सकती है। वहीं इस नस्ल की भैंस की औसत दूध देने की क्षमता की बात करें तो यह भैंस प्रति ब्यांत 1000 से 1200 लीटर तक दूध देती है।
भैंस की जाफराबादी नस्ल की कीमत 70-80 हजार रुपए से शुरू होकर एक-डेढ़ लाख रुपए तक होती है। इसकी कीमत दूध देने की मात्रा और आयु पर निर्भर करती है।
भैंस की मेहसाना नस्ल (mehsana breed of buffalo) मुख्य रूप से गुजरात के मेहसाणा जिले में पाई जाती है। इस जिले के नाम से ही इसका नाम मेहसाना भैंस पड़ा है। इस नस्ल का पालन गुजरात के अहमदाबाद, साबरकांठा, बनासकांठा व गांधीनगर जिलों में किया जाता है। इसके अलावा महाराष्ट्र सहित भारत के अन्य राज्यों में भी इसका पालन किया जा रहा है। बता दें कि महसाना भैंस की उत्पत्ति हरियाणा की मुर्रा नस्ल की भैंस और गुजरात की सुरती नस्ल की भैंस के क्रॉस ब्रीडिंग से हुई है।
मेहसाना भैंस (mehsana buffalo) मुर्रा नस्ल से मिलती-जुलती दिखाई देती है। इस नस्ल की भैंस का रंग काला और भूरा होता है। इसका शरीर भी मुर्रा नस्ल की तरह ही भारी भरकम होता है लेकिन वजन में मेहसाना भैंस, मुर्रा भैंस से कम होती है। इसके सींग काले, चौड़े लेकिन मुर्रा भैंस के मुकाबले कम मुड़े हुए होते हैं। इसका माथा चौड़ा होता है। इसके कान मध्यम आकार के होते हैं। इसकी आंखे काली व चमकीली होती हैं। इसकी गर्दन लंबी और खुर्र काले होते हैं।
मेहसाना भैंस प्रतिदिन 7 से 10 लीटर तक दूध देती है। इसके दूध में फैट की मात्रा 6 से 7 प्रतिशत के बीच होती है। यह भैंस प्रति ब्यांत औसत 1500 से 2000 लीटर तक दूध दे सकती है।
मेहसाना भैंस की कीमत इसके दूध देने की क्षमता, आयु, ब्यांत के दिन आदि बातों पर निर्भर करती है। आमतौर पर मेहसाना भैंस की कीमत 40,000 रुपए से लेकर 80,000 रुपए के बीच होती है।
भदावरी भैंस (Bhadawari buffalo) का नाम भारत के एक पुराने राज्य भदावर के नाम पर पड़ा है। आजादी से पहले इटावा, आगरा, भिंड, मुरैना व ग्वालियर जिलों के कुछ भागों को मिलाकर एक छोटा सा राज्य हुआ करता था जिसका नाम भदावर था। माना जाता है कि उसी राज्य में विकसित होने के कारण इस भैंस नाम भदावरी पड़ा है। भदावरी भैंस मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में अधिक पाली जाती हैं। खास बात यह है कि इस नस्ल का पालन अन्य भैंस की नस्लों के मुकाबले आसानी से किया जा सकता है, क्योंकि यह भैंस किसी भी प्रकार की जलवायु में रह सकती है और कम आहार खाकर भी बेहतर क्वालिटी का दूध देती है।
भदावरी भैंस का शरीर मध्यम आकार का होता है। इसका रंग तांबिया होता है और माथा छोटा होता है। इसके खुर का रंग काला होता है। इसके शरीर पर कम बाल होते हैं। इसकी टांगे छोटी और मजबूत होती हैं। इसके घुटने से नीचे का हिस्सा हल्के पीले सफेद रंग का होता है। इसकी गर्दन के नीचे भाग पर दो सफेद धारियां होती है।
भदावरी भैंस की दूध की क्वालिटी काफी अच्छी होती है। हालांकि यह भैंस मुर्रा व सुरती भैंस जितना अधिक दूध तो नहीं देती है लेकिन कम लागत में बेहतर दूध देने की क्षमता रखती है। भदावरी भैंस प्रतिदिन 6 से 8 लीटर दूध देती है। इसके दूध में 8.5 से 14 प्रतिशत तक वसा की मात्रा पाई जाती है। यदि प्रति ब्यांत दूध की मात्रा की बात करें तो भदावरी भैंस औसत प्रति ब्यांत 1300 से 1500 लीटर दूध देती है।
भदावरी भैंस के दूध में फैट की मात्रा अधिक पाए जाने से पशुपालक इस नस्ल की भैंस खरीदना पसंद करते हैं। यदि इसकी कीमत की बात करें तो भदावरी भैंस की कीमत करीब 60,000 रुपए से 80,000 रुपए तक हो सकती है।
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