जानें, तिल की खेती में ध्यान रखने वाली जरूरी बातें
नकदी फसलों में तिल का भी अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। तिल की खेती से किसान काफी मुनाफा कमा सकते हैं। इसकी बाजार मांग को देखते हुए तिल बेचने से किसानों को काफी लाभ हो सकता है। तिल के अच्छे उत्पादन के लिए किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ट्रैक्टर की दुनिया की हर ख़बर, सिर्फ ट्रैक्टर जंक्शन व्हाट्सएप पर!
यहाँ क्लिक करें
तिल की बुवाई का समय
- तिल की खेती (Sesame Cultivate) साल में तीन बार की जा सकती है।
- खरीफ में इसकी बुवाई का उचित समय जुलाई होता है।
- अर्द्ध रबी में इसकी बुवाई अगस्त माह के अंतिम सप्ताह से लेकर सितंबर माह के प्रथम सप्ताह तक कर देनी चाहिए।
- ग्रीष्मकालीन फसल के लिए इसकी बुवाई जनवरी के दूसरे सप्ताह से फरवरी के दूसरे सप्ताह तक की जा सकती है।
तिल की अधिक उत्पादन देने वाली किस्में
तिल का अधिक उत्पादन देने वाली किस्में जैसे- टी.के.जी. 308, जे.टी-11 (पी.के.डी.एस.-11), जे.टी-12 (पी.के.डी.एस.-12), जवाहर तिल 306, जे.टी.एस. 8, टी.के.जी. 55 आदि का प्रयोग करें।
बुवाई के लिए कितनी रखें बीज की मात्रा
- छिटकवां विधि से तिल की बुवाई के लिए 1.6-3.80 प्रति एकड़ बीज की मात्रा रखनी चाहिए।
- वहीं कतारों में बुवाई के लिए सीड ड्रील का प्रयोग करना चाहिए जिसके लिए बीज दर घटाकर 1-1.20 किग्रा प्रति एकड़ बीज दर पर्याप्त रहती है।
- मिश्रित पद्धति में तिल की बीज दर एक किग्रा प्रति एकड़ से अधिक नहीं होनी चाहिए।
तिल की बुवाई सही तरीका
- बीजों का समान रूप से वितरण हो इसके लिए बीज को रेत (बालू), सूखी मिट्टी या अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद के साथ 1: 20 के अनुपात में मिलाकर बोना चाहिए।
- कतार से कतार और पौधे से पौधे के बीच की दूरी 30&10 सेमी रखनी चाहिए।
- बीज की बुवाई 3 सेमी की गहराई पर करनी चाहिए।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों कुबोटा ट्रैक्टर, फार्मट्रैक ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖